Lasur Gaon,
Maharashtra,
India
खुलने का समय : 07:00 AM - 09:30 PM
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दक्षायणी शक्तिपीठ के बारे में
दक्षायणी शक्तिपीठ तिब्बत में मानसरोवर झील के पास एक पवित्र तीर्थ स्थल है, जहाँ माना जाता है कि देवी सती की दाहिनी हथेली गिरी थी। यह स्थल हिंदुओं, बौद्धों और तिब्बतियों द्वारा पूजनीय है, जो आध्यात्मिक शुद्धि और भक्ति का प्रतीक है।
क्या अपेक्षा करें?
तिब्बत में मानसरोवर झील के पास दक्षिणायनी शक्तिपीठ में शांत और आध्यात्मिक रूप से महत्वपूर्ण वातावरण की अपेक्षा करें। यहां पूजा में प्रतीकात्मक पवित्र शिलाखंड की पूजा करना शामिल है, क्योंकि यहां कोई औपचारिक मंदिर संरचना नहीं है। आगंतुक मानसरोवर झील की लुभावनी प्राकृतिक सुंदरता का भी अनुभव करते हैं, जिसे आध्यात्मिक रूप से शुद्ध करने वाला माना जाता है। क्षेत्र का दूरस्थ स्थान इसके रहस्य को और बढ़ाता है, जिसके लिए तीर्थयात्रा के लिए भक्ति और योजना की आवश्यकता होती है।
टिप्स विवरण
दक्षायणी शक्तिपीठ के बारे में अधिक जानकारी
दक्षायणी शक्तिपीठ 51 पवित्र शक्तिपीठों में से एक है, जो देवी सती और भगवान शिव की दिव्य कथा से जुड़े होने के कारण पूजनीय है। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, देवी सती की दाहिनी हथेली इस स्थान पर गिरी थी, जब भगवान शिव ने अपने पिता दक्ष के यज्ञ में सती के आत्मदाह से दुखी और क्रोधित होकर उनके जले हुए शरीर को पूरे ब्रह्मांड में ले गए थे। यहाँ देवी को दाक्षायनी के रूप में और भगवान शिव को अमर (अमर) के रूप में पूजा जाता है।
तिब्बत में मानसरोवर झील के निकट स्थित यह पवित्र स्थल अत्यधिक शुभ माना जाता है, जो आध्यात्मिक शुद्धि और ईश्वरीय आशीर्वाद की चाहत रखने वाले तीर्थयात्रियों को आकर्षित करता है।
मंदिर ज्ञात
Timings
प्रवेश शुल्क
Tips and restrictions
सुविधाएँ
समय की आवश्यकता
दक्षायणी शक्तिपीठ तक कैसे पहुंचें?
दक्षायणी शक्तिपीठ सेवाएँ
किसी भी प्रकार की विशेष सेवा नहीं है।
दक्षायणी शक्तिपीठ आरती का समय
मौसम या स्थानीय रीति-रिवाजों के अनुसार समय में भिन्नता हो सकती है।
पर्यटक स्थल
दक्षायणी शक्तिपीठ के निकट पर्यटन स्थल
दक्षायणी शक्तिपीठ के आसपास के अन्य धार्मिक स्थल
दक्षायणी शक्तिपीठ की स्थानीय खाद्य विशेषता
Jyoti Raikwar
tessss
vijay satish
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